रामशरण शर्मा मुंगेली की रचनायें 36solutions 1 Comment Edit काम करो नित काम करो मत – जांगर पेरत मूड़ नवाई पथरा ले रस बाहिर तीरव – बंजर देवव सोन उगाई नीक रहो अउ ठीक रहो सब – खीक रहो मत जागहु भाई रे ... Read More